देहरादून: सिडकुल देहरादून में तैनात महाप्रबंधक (जीएम) वाई एस पुंडीर के खिलाफ गंभीर आरोपों की जांच के आदेश दिए गए हैं। सचिव उद्योग विनय शंकर पांडे ने इस मामले में अपर सचिव को जांच के निर्देश दिए हैं।
सचिव विनय शंकर पांडे ने बताया कि उन्हें पुंडीर के खिलाफ लिखित शिकायत प्राप्त हुई थी, जिसके आधार पर जांच के आदेश जारी किए गए हैं। शिकायत में आरोप लगाया गया है कि पुंडीर ने सरकारी कार्यों में अपने परिजनों को अनुचित लाभ पहुंचाकर अनैतिक रूप से लाभ अर्जित किया।
इस मामले में उच्च स्तरीय जांच शुरू कर दी गई है और जल्द ही संबंधित दस्तावेजों की समीक्षा की जाएगी।
सिडकुल के प्रबंध निदेशक (एमडी) प्रतीक जैन ने कहा कि जांच के लिए आवश्यक सभी सहयोग किया जाएगा ताकि मामले की निष्पक्ष जांच सुनिश्चित हो सके।
इस प्रकरण के उजागर होने के बाद सिडकुल प्रशासन में हलचल मची हुई है, और सभी की निगाहें जांच रिपोर्ट पर टिकी हैं।
गौरतलब है कि इस मामले का खुलासा Satya Voice की रिपोर्ट के बाद हुआ, जिसे एक आरटीआई के जबाब के आधार पर लिखा गया था , जिसके बाद शासन ने गंभीरता दिखाते हुए जांच के आदेश जारी किए।
क्या था मामला
बता दे की आरटीआई एक्टिविस्ट लव पंडित द्वारा आला अधिकारियों को भेजे पत्र के हिसाब से सिडकुल देहरादून के महाप्रबंधक युद्धवीर सिंह पुंडीर ने Map age Infrastructure Pvt. Limited तथा Map age Consulatants नाम की जिन दो फर्मों को प्रोक्योरमेंट पॉलिसी की धज्जियां उड़ाते हुए लाखों रूपयों के टेंडर दिए उनके आधिकारिक मालिकों में उनके पिता, माता, पत्नी और भाई शामिल है।
लव पंडित के दावे के अनुसार दोनों फर्मों के पार्टनरों में युद्धवीर सिंह पुंडीर की पत्नी श्रीमती सोनिया पुंडीर, भाई भूपेंद्र सिंह पुंडीर, पिता तेजपाल सिंह पुंडीर और माता श्रीमती अमलेश पुंडीर प्रमुख हैं।
Map age Infrastructure Pvt. Limited तथा Map age Consulatants को विभिन्न कार्य सौंपने से पहले युद्धवीर सिंह ने न तो निविदाएं आमंत्रित करने की प्रक्रिया का ध्यान रखा और ना ही अन्य नियमों की चिंता की।