न्यूयॉर्क: अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने पाकिस्तान को चल रहे विस्तारित फंड सुविधा (Extended Fund Facility – EFF) कार्यक्रम के तहत तुरंत 1 अरब डॉलर की राशि जारी करने की मंजूरी दे दी है। IMF के कार्यकारी बोर्ड ने शुक्रवार को पाकिस्तान के आर्थिक सुधार कार्यक्रम की पहली समीक्षा पूरी करने के बाद यह फैसला लिया।
इस ताजा किश्त के साथ पाकिस्तान को अब तक कुल 2.1 अरब डॉलर मिल चुके हैं। IMF का यह 37 महीने का कार्यक्रम 25 सितंबर 2024 को स्वीकृत किया गया था, जिसका उद्देश्य पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था को स्थिर करना और सतत विकास की दिशा में बढ़ाना है।
इसके साथ ही IMF ने पाकिस्तान के लिए ‘Resilience and Sustainability Facility’ (RSF) के तहत भी लगभग 1.4 अरब डॉलर की नई सहायता को मंजूरी दी है। यह सहायता प्राकृतिक आपदाओं के प्रति संवेदनशीलता कम करने और जलवायु व आर्थिक स्थिरता बढ़ाने के उद्देश्य से दी जा रही है।
IMF के डिप्टी मैनेजिंग डायरेक्टर और चेयर नाइजल क्लार्क ने चेताया कि पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था के भविष्य को लेकर जोखिम अभी भी बने हुए हैं—विशेष रूप से वैश्विक आर्थिक नीतियों में अनिश्चितता, भू-राजनीतिक तनाव और घरेलू स्तर पर मौजूद कमजोरियों की वजह से।
इस बीच भारत ने IMF के इस निर्णय पर कड़ी आपत्ति जताई है। नई दिल्ली ने कहा कि पाकिस्तान का खराब ट्रैक रिकॉर्ड और कर्ज के दुरुपयोग की संभावना, खासकर राज्य प्रायोजित सीमा पार आतंकवाद के लिए, चिंता का विषय है। भारत ने IMF बोर्ड की बैठक में इस मुद्दे पर औपचारिक विरोध दर्ज कराया, जिसमें पाकिस्तान को नए ऋण देने पर विचार किया गया था।