झारखंड की कमान एक बार फिर जेएमएम नेता हेमंत सोरेन के हाथ में आ गई है। गुरुवार शाम को राजधानी रांची के ऐतिहासिक मोरहाबादी मैदान में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में राज्यपाल संतोष गंगवार ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। इस दौरान जहां मंच पर इंडिया गठबंधन के तमाम दिग्गज मौजूद रहे, वहीं मैदान में हजारों लोगों की भीड़ शपथ समारोह की गवाह बनी।
मोरहाबादी मैदान में सजे मंच पर हेमंत सोरेन के पिता और पूर्व सीएम शिबू सोरेन और मां रूपी सोरेन, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, सपा प्रमुख अखिलेश यादव, आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल, पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, पंजाब के सीएम भगवंत मान, आरजेडी नेता तेजस्वी यादव, दीपंकर भट्टाचार्य समेत इंडिया गठबंधन के कई दिग्गज नेता मौजूद रहे।
शपथ ग्रहण से पहले हेमंत सोरेन ने सोशल मीडिया पर एक भावुक पोस्ट के जरिए जनता का आभार व्यक्त करते हुए प्रदेश के सामाजिक न्याय, एकता और संघर्ष के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने एक्स पर लिखा, “आज का दिन ऐतिहासिक होगा – एक ऐसा दिन जो हमारे सामूहिक संघर्ष, प्रेम-भाईचारे की भावना और न्याय के प्रति हम झारखंडियों के प्रतिबद्धता को और मजबूत करेगा।
झारखंड की महान धरा ने हमेशा से विरोध और संघर्ष को जन्म दिया है और झामुमो – भगवान बिरसा, भगवान सिदो-कान्हू, अमर शहीद तेलंगा खड़िया, फूलो-झानो, पोटो हो, शेख भिखारी समेत अनगिनत वीरों के संघर्षों से भरी उसी विरासत को समेटे हर दिन आगे बढ़ रहा है।”
उन्होंने कहा कि आज का दिन राजनीतिक जीत के बारे में नहीं, सामाजिक न्याय के प्रति संघर्ष, सामाजिक एकता को प्रखर करने की हर रोज़ लड़ी जानी वाली लड़ाई को दोहराने का दिन है।आज का यह दिन यह भी बताता है कि लोकतंत्र पर बढ़ते दबाव के बीच झारखंड की महान जनता एक साथ खड़ी है। आज हर गांव, हर शहर में एक आवाज़ गूंज रहा है- अधिकार, समानता, एकता मतलब झारखंडियत की आवाज।
इसमें कोई संदेह न रखें- हमारी एकता ही हमारा सबसे बड़ा हथियार है। हमें न विभाजित किया जा सकता है, न ही शांत किया जा सकता है। जब जब वे हमें पीछे धकेलते हैं, हम आगे बढ़ते हैं। जब जब वे हमें शांत करना चाहते हैं, हमारी हूल, उलगुलान, क्रांति की आवाज और प्रखर होती जाती है क्यूंकि हम झारखंडी हैं, और झारखंडी झुकते नहीं है।