चार धाम यात्रा में मौसम बड़ी बाधा बन रहा है। कई दिनों से प्रदेश में लगातार हो रही बारिश से केदारनाथ यात्रा पर काफी असर पड़ा है। उत्तराखंड में भारी बारिश का सर्वाधिक असर सड़कों और राहगीरों पर पड़ रहा है। बरसात के चलते गुरुवार को 150 से ज्यादा सड़कों पर आवाजाही प्रभावित हुई।
इससे पर्वतीय क्षेत्रों में रहने वालों के साथ ही तीर्थयात्रियों व वाहन चालकों को परेशानी हुई।
बीते गुरुवार को भी भारी बारिश के चलते करीब 2500 यात्रियाें को सोनप्रयाग ही रोका गया था। ऐसे में आज और कल भी मौसम विभाग की तरफ से अलर्ट जारी किया गया है।
केदारनाथ धाम में यात्रा की व्यवस्थाओं को लेकर बद्री – केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने कहा कि बीते दिनों केदारनाथ में जो आपदा ही थी उसके बाद पैदल मार्ग पूरी तरह से ध्वस्त हो चुका था जिसे प्रदेश सरकार के द्वारा सही कर दिया गया था
लेकिन लगातार जिस तरीके से भारी वर्षा हो रही है तो खासतौर पर केदार घाटी में काफी अधिक वर्षा हो रही है इस वजह से कई मार्ग बाधित हो रहे हैं लेकिन प्रदेश सरकार और हमारी कार्यदाई एजेंसियां मिलकर काम कर रही है और इन मार्गों को दोबारा से सही किया जा रहा है। अ
जेंद्र अजय ने कहा कि यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए बीच-बीच में यात्रा रोकनी भी पड़ रही है। अजेंद्र अजय ने कहा कि प्रदेश सरकार के द्वारा पूरा प्रयास किया जा रहा है कि जो भी यात्री यहां पहुंच रहे हैं उन्हें किसी प्रकार की कोई दिक्कत परेशानी ना हो। अजेंद्र अजय ने कहा कि यात्रियों की सुविधा का पूरा ध्यान प्रदेश सरकार के द्वारा रखा जा रहा है।
दरअसल, बीती 31 जुलाई को केदारघाटी में भारी बारिश के कारण बड़ी आपदा आई थी. इस आपदा में केदारनाथ पैदल मार्ग भी कई जगहों पर क्षतिग्रस्त हो गया था. वहीं, ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे भी सोनप्रयाग से गौरीकुंड के बीच पूरी टूट गया था. जिसे बड़ी मुश्किल से छोटी गाड़ियों की आवाजाही के लायक बनाया गया था. वहीं, पैदल मार्ग पर भी यात्रियों को बड़ी सावधानी से भेजा रहा था, लेकिन बीते दो दिनों से केदार घाटी में हो रही बारिश के कारण फिर से यात्रा प्रभावित हुई है. केदारनाथ पैदल मार्ग कई जगहों पर बाधित हो गया.