आंतरिक सुरक्षा के लिए अत्याधुनिक तकनीकों पर सेमिनार
नई दिल्ली: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी में DRDO-MHA सहयोग सम्मेलन-सह-प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने बदलते सुरक्षा खतरों पर प्रकाश डालते हुए नीतियों में आवश्यक सुधार की जरूरत पर बल दिया।
Hon’ble RM today inaugurated a two day DRDO-MHA Collaboration Conference CumExhibition on ‘Advanced Technologies for Internal Security & Disaster Relief Operations’ being organised by DLIC DRDO in presence of #COAS, Secretary Border Management, Chairman DRDO and DG (PC&SI) pic.twitter.com/nszyp6NqP0
— DRDO (@DRDO_India) March 4, 2025
आंतरिक और बाहरी सुरक्षा पर जोर
‘आंतरिक सुरक्षा के लिए अत्याधुनिक तकनीक’ विषय पर आयोजित इस सेमिनार में रक्षा मंत्री ने कहा कि आंतरिक और बाहरी सुरक्षा एक-दूसरे से अलग नहीं, बल्कि “एक ही सिक्के के दो पहलू” हैं। उन्होंने आतंकवाद, अलगाववादी आंदोलन, वामपंथी उग्रवाद, सांप्रदायिक तनाव, अवैध सीमा-पार घुसपैठ और संगठित अपराध जैसी आंतरिक चुनौतियों पर चिंता व्यक्त की।
DRDO और इनोवेशन की राह… pic.twitter.com/wkl8WXfe5t
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) March 4, 2025
राजनाथ सिंह ने यह भी बताया कि पहले सुरक्षा चुनौतियाँ मुख्य रूप से पारंपरिक थीं, लेकिन अब उनके स्वरूप में बदलाव आ रहा है। उन्होंने कहा, “पहले ये खतरे केवल पारंपरिक थे, लेकिन अब हमें हाइब्रिड वारफेयर, साइबर हमले और अंतरिक्ष-आधारित खतरों जैसी नई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।”
नई तकनीकों पर मंथन
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) के सचिव डॉ. समीर वी. कामत ने इस सम्मेलन को सुरक्षा एजेंसियों और तकनीक विकसित करने वालों के बीच समन्वय का एक महत्वपूर्ण अवसर बताया। उन्होंने कहा, “यह सम्मेलन सुरक्षा एजेंसियों और तकनीकी विशेषज्ञों को खुलकर संवाद करने का मंच प्रदान करता है। DRDO नई हथियार प्रणालियों और उभरते खतरों को निष्क्रिय करने के लिए प्रभावी प्रतिरोधी उपायों पर काम कर रहा है।”
Hon’ble RM highlighted role of DRDO for providing technological solution for internal security by citing his experience as home minister where technologies like corner shot weapon system, INSAS rifles etc were effectively integrated into the operations of CAPFs. pic.twitter.com/g51hATFhIf
— DRDO (@DRDO_India) March 4, 2025
इस सम्मेलन में आंतरिक सुरक्षा से जुड़े विशेषज्ञों, नीति-निर्माताओं और प्रौद्योगिकीविदों ने भाग लिया और भारत की सुरक्षा चुनौतियों के समाधान के लिए नवाचारों पर चर्चा की।