
- राजाजी नेशनल पार्क में बनेगा एशिया का सबसे लंबा वाइल्डलाइफ कॉरिडोर, पीएम मोदी कर सकते हैं लोकार्पण
नई दिल्ली/देहरादून। देश की राजधानी दिल्ली से उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के बीच सफर अब और तेज़, सुरक्षित और पर्यावरण-संवेदनशील होने जा रहा है। केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना दिल्ली–देहरादून एक्सप्रेसवे लगभग पूरी हो चुकी है और इसका उद्घाटन जुलाई 2025 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किए जाने की संभावना है।
करीब 210 किलोमीटर लंबी और छह लेन की यह सड़क दिल्ली की अक्षरधाम रोड से शुरू होकर देहरादून तक जाएगी। यह एक्सप्रेसवे ₹12,000 करोड़ की लागत से बनाया जा रहा है और इसे राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) द्वारा भारतमाला योजना के अंतर्गत विकसित किया गया है।
93% कार्य पूर्ण, अंतिम चरण में निर्माण
एनएचएआई के अनुसार, परियोजना का करीब 93 प्रतिशत निर्माण कार्य पूरा हो चुका है, जबकि कुछ हिस्सों में भूमि अधिग्रहण और तकनीकी समस्याएं अभी भी लंबित हैं।
गाजियाबाद के मंडोला क्षेत्र में भूमि अधिग्रहण से जुड़े मामले उच्च न्यायालय और सर्वोच्च न्यायालय में लंबित हैं, जिससे फेज़-2 और फेज़-3 में आंशिक देरी हुई है।
यदि सब कुछ तय कार्यक्रम के अनुसार चला, तो सितंबर 2025 तक पूरा एक्सप्रेसवे यातायात के लिए खोल दिया जाएगा।
हाईवे से जुड़े प्रमुख तथ्य
- लंबाई: लगभग 210 किमी
- लेन: छह लेन (भविष्य में आठ लेन तक विस्तार संभव)
- रूट: अक्षरधाम → शास्त्री पार्क → खजूरी खास → मंडोला → बागपत → शामली → सहारनपुर → देहरादून
- गति सीमा: 100 किमी प्रति घंटा
- यात्रा समय: दिल्ली से देहरादून महज 2.5 घंटे
एशिया का सबसे लंबा वाइल्डलाइफ कॉरिडोर बनेगा आकर्षण
इस एक्सप्रेसवे की सबसे विशेष बात है राजाजी नेशनल पार्क के ऊपर 12 किलोमीटर लंबा एलिवेटेड फ्लाईओवर, जिसे एशिया का सबसे लंबा वाइल्डलाइफ कॉरिडोर कहा जा रहा है।
इस कॉरिडोर का उद्देश्य वन्यजीवों की निर्बाध आवाजाही सुनिश्चित करना है, जिससे जंगल सफारी जैसा अनुभव भी यात्रियों को मिलेगा।
यह फ्लाईओवर बरसाती नदी और जैव विविधता क्षेत्रों के ऊपर से होकर गुजरेगा, जिसे पर्यावरणीय संतुलन को ध्यान में रखकर डिज़ाइन किया गया है।
पर्यटन और व्यापार को मिलेगा बढ़ावा
इस एक्सप्रेसवे के चालू होने से दिल्ली से मसूरी तक की दूरी महज 4 घंटे में तय की जा सकेगी।
परियोजना से परिवहन लागत घटेगी, लॉजिस्टिक्स तेज़ होंगे, और पर्यटन व कारोबार को गति मिलेगी।
भविष्य में देहरादून से मसूरी तक एक एलिवेटेड लिंक रोड भी प्रस्तावित है, जिससे पर्वतीय क्षेत्रों की कनेक्टिविटी और भी मजबूत होगी।
उद्घाटन की संभावित तारीख
सरकारी सूत्रों के अनुसार, जुलाई 2025 के अंतिम सप्ताह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस परियोजना का लोकार्पण कर सकते हैं। उद्घाटन के तुरंत बाद पूरे कॉरिडोर को आम जनता के लिए खोल दिया जाएगा।
एक नज़र में …..
दिल्ली–देहरादून एक्सप्रेसवे न केवल उत्तर भारत की दो राजधानियों को जोड़ेगा, बल्कि यह आधुनिक तकनीक, हरित विकास और पर्यावरणीय संतुलन का आदर्श उदाहरण भी बनेगा।
इस परियोजना के समय पर पूर्ण होने से यह 2025 की सबसे उल्लेखनीय अधोसंरचना उपलब्धियों में से एक होगी।