आठ परिकल्पनाओं के जरिए अयोध्या के प्राचीन वैभव को लौटाने का प्रयास – Satyavoice
धर्म

आठ परिकल्पनाओं के जरिए अयोध्या के प्राचीन वैभव को लौटाने का प्रयास

लखनऊ, 11 दिसंबर (आईएएनएस)। अयोध्या का गुणगान वेद-पुराण सहित तमाम ग्रंथों में है। मान्यता है कि भगवान श्रीराम की जन्मभूमि अयोध्या की रचना स्वयं देवताओं ने की थी और यहीं से महाराज मनु ने पृथ्वी पर मनुष्यों की दुनिया का सृजन किया था। उसी पुराने स्वरूप में लाने के लिए अवधपुरी के चतुर्दिक विकास के लिए आठ परिकल्पनाओं के आधार पर कार्य हो रहे हैं, जिससे एक बार फिर साकेतपुरी को समस्‍त ऐश्‍वर्यपूर्ण नगरी बनाने का सपना साकार होने लगा है।

सरकार की तरफ से मिली जानकारी के अनुसार, एक के बाद एक लगभग 30.5 हजार करोड़ की 178 परियोजनाओं के जरिए अयोध्या को विश्वस्तरीय नगर के रूप में विकसित करने का संकल्प अब सिद्धि तक पहुंचने जा रहा है।

दरअसल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पहले दिन से ही अवधपुरी के वैभव को पुनर्प्रतिस्थापित करने के लिए जिन आठ परिकल्पनाओं को आधार बनाकर कार्य करने के निर्देश अधिकारियों को दे दिए थे, वह मूर्तरूप होने लगा है। ये आठ परिकल्पनाएं भगवान विष्णु के चक्र पर स्थित साकेतपुरी को सांस्कृतिक अयोध्या, सक्षम अयोध्या, आधुनिक अयोध्या, सुगम्य अयोध्या, सुरम्य अयोध्या, भावात्मक अयोध्या, स्वच्छ अयोध्या और आयुष्मान अयोध्या के रूप में धरातल पर उतारने का कार्य योगी सरकार तेजी के साथ कर रही है।

विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, इस परिकल्पना के अंतर्गत अवधपुरी का विकास भारत की सांस्कृतिक राजधानी के रूप में विकसित किया जाना है। मठ, मंदिरों और आश्रमों को भव्य रूप प्रदान करना हो या वैभवशाली नगर द्वारों का निर्माण, इसके अलावा मंदिर संग्रहालय जैसे तमाम कार्य इसी परिकल्पना के आधार पर किए जा रहे हैं। अयोध्या को पूरी तरह से आत्मनिर्भर नगरी के रूप में डेवलप किया जा रहा है। जहां रोजी-रोजगार, पर्यटन, धर्म और सांस्कृतिक गतिविधियों के जरिए बड़े पैमाने पर रोजगार का सृजन होगा। इसे आधुनिक सुविधाओं वाला नगर बनाया जा रहा है। स्मार्ट सिटी, सेफ सिटी, सोलर सिटी, ग्रीन फील्ड टाउनशिप जैसे तमाम योजनाएं इसी विचार के परिणाम स्वरूप आकार ले रही हैं।

मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का निर्माण हो, अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन का कायाकल्प हो या फिर सरयू को इनलैंड वाटरवे से जोड़ने का कार्य, योगी सरकार अयोध्या तक पहुंच को हर प्रकार से सुगम्य बना रही है। इसके अलावा विभिन्न पथों के जरिए भी इस पुण्यदायिनी नगरी तक आस्थावान आसानी से पहुंच सकेंगे।

अयोध्या के विभिन्न कुंडों, तालाबों और प्राचीन सरोवरों के सौंदर्यीकरण की बात हो या पुराने उद्यानों का कायाकल्प और नये उद्यानों का निर्माण कार्य, या फिर हेरिटेज लाइटों के जरिए शहर को तारों के जंजाल से मुक्ति दिलाकर सुंदर स्वरूप प्रदान करना हो, सड़कों को फसाड लाइटिंग से जगमग करना और इन जैसी तमाम योजनाओं के जरिए अवधपुरी को मनमोहक नगरी के रूप में विकसित किया जा रहा है।

प्रभु श्रीराम की जन्मभूमि और लीला स्थली से पूरी दुनिया के सनातनियों का भावनात्मक जुड़ाव है। इसे देखते हुए शहर की दीवारों, सड़क के कनारे, चौराहों को सांस्कृतिक रूप से सुसज्जित किया जा रहा है। स्मार्ट सिटी के रूप में स्वच्छ अयोध्या योगी सरकार की सबसे बड़ी प्राथमिकता है। नगर में साफ-सफाई से लेकर ड्रेनेज और सीवर सिस्टम पर अभूतपूर्व कार्य हो रहे हैं। रोगियों को गुणवत्तापूर्ण व सुविधा आधारित चिकित्सीय सुविधा प्रदान करने के लिए अयोध्या के हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर को पहले से काफी मजबूत किया गया है। यही नहीं राजर्षि दशरथ मेडिकल कॉलेज एम्स द्वारा देश के पांच मेडकल कॉलेजों में से एक है जहां आपातकालीन चिकित्सीय सुविधा पर बड़े स्तर पर शोध कार्य भी हो रहा है।

–आईएएनएस

विकेटी/एसकेपी

Show More

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button