“प्रयागराज महाकुंभ ने प्रदेश में पांच आध्यात्मिक पर्यटन कॉरिडोर खोले हैं” – सीएम योगी

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को प्रयागराज में महाकुंभ 2025 की सफलता की सराहना करते हुए कहा कि इस भव्य धार्मिक आयोजन ने 66.30 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं की ऐतिहासिक उपस्थिति दर्ज की। उन्होंने यह भी घोषणा की कि इस महाकुंभ के माध्यम से प्रदेश में पांच नए आध्यात्मिक पर्यटन कॉरिडोर विकसित किए जा रहे हैं, जो प्रयागराज को राज्य के प्रमुख तीर्थ स्थलों से जोड़ेंगे।

 

सीएम योगी ने कहा, “प्रयागराज महाकुंभ ने प्रदेश में पांच आध्यात्मिक पर्यटन कॉरिडोर खोले हैं—प्रयागराज-मिर्जापुर-काशी, प्रयागराज-गोरखपुर, प्रयागराज-चित्रकूट, प्रयागराज-लखनऊ-नैमिषारण्य, और प्रयागराज-मथुरा-वृंदावन। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के तहत, उत्तर प्रदेश आध्यात्मिक पर्यटन का केंद्र बनने की ओर अग्रसर है।”

 

मीडिया की भूमिका की सराहना

 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ के प्रचार-प्रसार में मीडिया की महत्वपूर्ण भूमिका की भी सराहना की। उन्होंने कहा, “चाहे आयोजन कितना भी भव्य और सुव्यवस्थित क्यों न हो, अगर मीडिया इसे देश और दुनिया तक नहीं पहुंचाता, तो यह प्रयागराज या उत्तर प्रदेश तक ही सीमित रह जाता।” उन्होंने आगे बताया कि राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मीडिया ने आयोजन की भव्यता को उजागर किया और इसकी शानदार व्यवस्थाओं की प्रशंसा की।

 

मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि इस महाकुंभ के आयोजन पर ₹7,500 करोड़ का निवेश किया गया था, जिससे ₹3.5 लाख करोड़ की आर्थिक वृद्धि हुई।

 

नाविकों के लिए नई योजनाएं

 

महाकुंभ के दौरान मुख्यमंत्री ने प्रयागराज में नाविकों से भी बातचीत की और उनके लिए कई योजनाओं की घोषणा की। उन्होंने पंजीकृत नाविकों के लिए ₹5 लाख के बीमा योजना और नाव खरीदने के लिए वित्तीय सहायता की घोषणा की। इसके अलावा, जिन नाविकों के पास स्वास्थ्य बीमा नहीं है, उन्हें आयुष्मान भारत योजना के तहत कवर किया जाएगा, जिससे उनकी चिकित्सा सुरक्षा सुनिश्चित होगी।

 

श्री लेटे हनुमान मंदिर में पूजा-अर्चना

इससे पहले दिन में, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक और केशव प्रसाद मौर्य के साथ प्रयागराज के प्रसिद्ध श्री लेटे हनुमान मंदिर में पूजा-अर्चना की।

महाकुंभ 2025: एक ऐतिहासिक आयोजन

 

महाकुंभ 2025 का आयोजन 13 जनवरी (पौष पूर्णिमा) से 26 फरवरी (महाशिवरात्रि) तक चला, जिसमें 66 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी संगम में पवित्र स्नान किया। इसे विश्व इतिहास की सबसे बड़ी धार्मिक सभाओं में से एक बताया जा रहा है।

 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसे एक ऐतिहासिक क्षण बताते हुए सोशल मीडिया पर लिखा, “यह विश्व इतिहास में अभूतपूर्व है—संतों, धार्मिक गुरुओं और अखाड़ों के आशीर्वाद से आस्था, एकता और सौहार्द का दिव्य संगम।”

 

प्रधानमंत्री मोदी का संदेश और ‘वसुधैव कुटुंबकम’ की भावना

 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाकुंभ को “एकता का महायज्ञ” बताया, जिस पर प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह धार्मिक समागम ‘वसुधैव कुटुंबकम’ (संपूर्ण विश्व एक परिवार है) की भावना को सशक्त करता है और भारत की सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक विरासत को और मजबूत करता है।

 

उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने भी महाकुंभ में शामिल हुए करोड़ों श्रद्धालुओं का आभार व्यक्त किया और इसके ऐतिहासिक आयोजन का श्रेय प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी के नेतृत्व को दिया।

 

महाकुंभ 2025 का आधिकारिक समापन हो चुका है, लेकिन अब भी श्रद्धालु त्रिवेणी संगम में स्नान के लिए उमड़ रहे हैं, जिससे यह आयोजन एक अमिट आध्यात्मिक छाप छोड़ रहा है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *