प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज (5,सितंबर) पूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की। साथ ही शिक्षकों का आभार जताया। देश में पांच सितंबर को डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्ण जी के जन्मदिन पर राष्ट्रीय शिक्षक दिवस मनाया जाता है। वह एक महान शिक्षक और भारत के राष्ट्रपति थे। इस दिन को शिक्षकों के योगदान को सम्मानित करने के लिए मनाया जाता है। इस दिन देशभर में स्कूल व कॉलेजों में कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं।
शिक्षा मंत्रालय के स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग ने 5 सितंबर को प्रदान किए जाने वाले इस वर्ष के राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के लिए 50 शिक्षकों का चयन किया है। आज शाम विज्ञान भवन में आयोजित समारोह में शिक्षकों को यह पुरस्कार प्रदान किया जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सुबह सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर लिखा, ”शिक्षक दिवस पर शुभकामनाएं। यह युवा दिमाग को आकार देने वाले सभी शिक्षकों के प्रति आभार व्यक्त करने का अवसर है। डॉ. राधाकृष्णन को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि।”
Best wishes on #TeachersDay, an occasion to express gratitude to all teachers who shape young minds.
Tributes to Dr. Radhakrishnan on his birth anniversary. pic.twitter.com/ORfl2iCJat
— Narendra Modi (@narendramodi) September 5, 2024
इसके अलावा शिक्षक दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने देश भर के शिक्षकों को शुभकामनाएं दीं। राष्ट्रपति मुर्मु ने अपने संदेश में कहा, यह दिवस महान शिक्षाविद्, दार्शनिक और पूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती का दिन है।
Celebrating our Remarkable Educators!
On the occasion of Teacher’s Day 2024, selected teachers who have made significant contribution in education & nation building will be conferred with #NationalTeachersAwards2024 by Hon’ble President of India Smt. Droupadi Murmu ji.#NEP2020 pic.twitter.com/7k1N8S4tJV
— National Council for Teacher Education (@ncteDelhi) September 5, 2024
यह दिवस संपूर्ण देश के लिए प्रेरणा का महान स्रोत है। मुर्मू ने इस अवसर पर डॉ. राधाकृष्णन को श्रद्धांजलि अर्पित की। राष्ट्रपति ने कहा कि बच्चे देश का भविष्य हैं। एक विद्यार्थी के रूप में वे जीवन-कौशल और मूल्यों को सीखते हैं। देश के शिक्षक एक मार्गदर्शक के रूप में विद्यार्थियों को भविष्य के अधिनायकों के रूप में ढाल सकते हैं, जो हमारे देश के भविष्य को आकार देंगे।
हर साल 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाया जाता है। यह शिक्षकों और उनके छात्रों के जीवन को आकार देने में उनकी भूमिका को समर्पित एक दिन है। यह दिन विद्वान और भारत रत्न से सम्मानित डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती के रूप में मनाया जाता है, जिनका जन्म इसी दिन 1888 में हुआ था। वे स्वतंत्र भारत के पहले उपराष्ट्रपति (1952-1962) थे और 1962 से 1967 तक भारत के दूसरे राष्ट्रपति भी रहे।
शिक्षा मंत्रालय के स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग ने 5 सितंबर, 2024 को प्रदान किए जाने वाले इस वर्ष के राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के लिए 50 शिक्षकों का चयन किया है। उनका चयन स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग द्वारा कठिन पारदर्शी और ऑनलाइन तीन स्तरीय जैसे जिला, राज्य और राष्ट्रीय स्तर की चयन प्रक्रिया के माध्यम से किया गया है। चयनित 50 शिक्षक 28 राज्य, 3 केंद्र शासित प्रदेश और 6 संगठनों से हैं।
चयनित 50 शिक्षकों में से 34 पुरुष, 16 महिलाएं, 2 दिव्यांग और 1 विशेष आवश्यकता वाले बच्चे (सीडब्ल्यूएसएन) के साथ काम करने वाले हैं। इसके अलावा उच्च शिक्षा विभाग के 16 शिक्षकों और कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय के 16 शिक्षकों को भी सम्मानित किया जाएगा। आज शाम 4:15 बजे विज्ञान भवन में आयोजित समारोह में 82 शिक्षकों को यह पुरस्कार प्रदान किया जाएगा।