उत्तरकाशी: सीमांत जनपद उत्तरकाशी में बीते तीन दिनों से लगातार हो रही बारिश और बर्फबारी के कारण जनजीवन पूरी तरह प्रभावित हो गया है। गंगोत्री हाईवे पर गंगनानी से आगे यातायात पूरी तरह ठप हो गया है, जबकि डबरानी क्षेत्र में हिमस्खलन के कारण मार्ग अवरुद्ध हो गया है।
भारी बर्फबारी के चलते गंगा और यमुना घाटी के 24 से अधिक गांव बर्फ की सफेद चादर से ढक गए हैं। वहीं, बारिश और बर्फबारी के चलते दोनों घाटियों के 48 गांवों में बिजली आपूर्ति बाधित हो गई है, जिससे स्थानीय लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
तीर्थस्थलों में भी भारी हिमपात
यमुनोत्री धाम में अब तक तीन फीट तक बर्फ जमा हो चुकी है, जबकि गंगोत्री धाम में चार फीट तक बर्फबारी होने का अनुमान है। लगातार खराब मौसम के कारण जिला मुख्यालय समेत सभी तहसीलों में जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है।
गंगोत्री हाईवे पर यातायात प्रभावित
गुरुवार को सुक्की टॉप के आगे वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई थी, लेकिन शुक्रवार को गंगनानी से आगे हाईवे पूरी तरह अवरुद्ध हो गया। डबरानी में हुए हिमस्खलन के कारण सड़क पर बड़े-बड़े बोल्डर आ गिरे हैं, जिससे मार्ग खुलने में समय लग सकता है।
हर्षिल घाटी के आठ गांवों में बीते गुरुवार रात से बिजली गुल है। वहीं, गंगनानी से डबरानी के बीच पहाड़ियों से लगातार पत्थर गिरने के कारण रास्ते से गुजरना जोखिम भरा हो गया है। स्थानीय प्रशासन ने लोगों और यात्रियों से सतर्क रहने की अपील की है।
प्रशासन सतर्क, राहत कार्य जारी
प्रशासन की ओर से मौसम की स्थिति को देखते हुए स्थानीय लोगों और यात्रियों को अतिरिक्त सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है। सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) की टीम बर्फ हटाने के कार्य में जुटी हुई है, लेकिन लगातार हो रही बर्फबारी के कारण राहत कार्यों में बाधा आ रही है।
इस बीच, मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों तक और अधिक बर्फबारी की संभावना जताई है। प्रशासन ने लोगों से अनावश्यक यात्रा न करने और सुरक्षित स्थानों पर रहने की अपील की है।