
- मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री से की मुलाकात, उत्तराखण्ड के लिए मांगी ₹3900 करोड़ की सहायता
- चारधाम से लेकर नंदा राजजात और हरिद्वार महाकुंभ तक के लिए किया विशेष अनुरोध
- उत्तराखण्ड मॉडल: दिल्ली दरबार में विकास का रोडमैप
- कुम्भ से कैलाश तक, धामी का विकास दर्शन
- चारधाम से चौरासी कुटिया तक, उत्तराखण्ड के लिए मांगी बड़ी मदद
नई दिल्ली। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से शिष्टाचार भेंट की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने राज्य के विकास से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर मार्गदर्शन प्राप्त किया और उत्तराखण्ड के लिए करीब ₹3900 करोड़ की वित्तीय सहायता का अनुरोध किया।
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को कार्तिक स्वामी मंदिर की प्रतिकृति, आदि कैलाश यात्रा पर आधारित कॉफी टेबल बुक और धारचूला का घी, लाल चावल, काला जीरा, जम्बू, गंध रैण व शहद सहित उत्तराखण्ड के पारंपरिक उत्पाद भी भेंट किए। उन्होंने प्रधानमंत्री को वर्ष 2026 में आयोजित होने जा रही नंदा राजजात यात्रा में आमंत्रित करते हुए इसके लिए ₹400 करोड़ की विशेष सहायता मांगी।
गंगा और शारदा कॉरिडोर के लिए CSR सहयोग का प्रस्ताव
मुख्यमंत्री ने केदारनाथ और बदरीनाथ धाम की तर्ज पर हरिद्वार और ऋषिकेश में गंगा कॉरिडोर और चम्पावत में शारदा कॉरिडोर के मास्टरप्लान के तहत अवस्थापना विकास के लिए सीएसआर के माध्यम से फंडिंग का आग्रह किया।
हरिद्वार महाकुंभ 2027 के लिए ₹3500 करोड़ की मांग
मुख्यमंत्री ने हरिद्वार में वर्ष 2027 में आयोजित होने वाले महाकुंभ की भव्य तैयारियों के लिए केंद्र से ₹3500 करोड़ की सहायता की मांग की। उन्होंने बताया कि पुलों की मरम्मत, पार्किंग, विद्युत, पेयजल, शौचालय, परिवहन और श्रद्धालुओं के पैदल मार्ग जैसे कार्यों की योजना तैयार की जा चुकी है।
सेमीकंडक्टर हब और नई रेल परियोजनाओं का प्रस्ताव
मुख्यमंत्री ने ऊधमसिंह नगर के नेपा फार्म को सेमीकंडक्टर हब के रूप में विकसित करने का प्रस्ताव प्रधानमंत्री के समक्ष रखा। साथ ही दिल्ली-मेरठ आरआरटीएस को हरिद्वार तक विस्तार देने और टनकपुर-बागेश्वर व ऋषिकेश-उत्तरकाशी रेल प्रोजेक्ट को जल्द शुरू करने की मांग की।
विद्युत लाइनों को भूमिगत करने के लिए DPR स्वीकृति का आग्रह
मुख्यमंत्री ने हरिद्वार और ऋषिकेश शहर में एचटी व एलटी विद्युत लाइनों को भूमिगत और ऑटोमेटेड करने के लिए भेजी गई ₹1015 करोड़ की डीपीआर को आरडीएसएस योजना के तहत मंजूरी देने का आग्रह किया।
पिण्डर-कोसी लिंक योजना को केंद्र की विशेष योजना में शामिल करने का प्रस्ताव
मुख्यमंत्री ने हिमनद आधारित पिण्डर नदी को वर्षा आधारित कोसी, गगास और गोमती नदियों से जोड़ने की पिण्डर-कोसी लिंक परियोजना को केंद्र सरकार की विशेष योजना में शामिल करने की मांग की। इससे कुमाऊं के तीन जिलों के 625 गांवों को सिंचाई और पेयजल सुविधा मिल सकेगी।
चौरासी कुटिया के लिए राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड से अनुमोदन का अनुरोध
मुख्यमंत्री ने ऋषिकेश के निकट स्थित प्रसिद्ध चौरासी कुटिया को पुराने स्वरूप में लाने के प्रयासों की जानकारी देते हुए राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड से प्रस्ताव अनुमोदन की मांग की।
जल विद्युत परियोजनाओं के लिए अनुमति की मांग
मुख्यमंत्री ने 596 मेगावाट क्षमता की पांच जल विद्युत परियोजनाओं को मंजूरी देने का अनुरोध भी प्रधानमंत्री से किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने उत्तराखण्ड सरकार की योजनाओं और प्रयासों की सराहना करते हुए चारधाम यात्रा, आदि कैलाश यात्रा, नंदा राजजात यात्रा और हरिद्वार कुंभ के आयोजन को लेकर विस्तृत जानकारी ली। उन्होंने मुख्यमंत्री धामी को केंद्र सरकार की ओर से हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया।