नैनीताल-लालकुआं दुग्ध उत्पादक संघ के अध्यक्ष और महिला कर्मी के दुष्कर्म के आरोपी मुकेश बोरा FIR दर्ज होने के 80 घंटे बाद भी पुलिस की पकड़ से दूर हैं। बुधवार को बोरा पर एक नाबालिग के यौन शोषण का भी गंभीर आरोप लग चुका है। जिस पर पुलिस पॉक्सो की भी कार्रवाई कर चुकी है।
लेकिन इस बीच बुधवार को गिरफ्तारी से बचने के लिए कोर्ट का रुख किया है। बुधवार को बोरा ने प्रथम अपर सत्र न्यायाधीश हल्द्वानी यानी एडीजे फर्स्ट को कोर्ट में अग्रिम जमानत के लिए प्रार्थना पत्र दाखिल किया था। कोर्ट ने अपील पर सुनवाई कर अपना फैसला सुरक्षित कर लिया है।
गुरुवार को कोर्ट मुकेश बोरा की जमानत को लेकर फैसला सुनाएगी। मुकेश बोरा पर दुग्ध संघ की एक आउटसोर्स महिला कर्मी ने दुष्कर्म का आरोप लगाया है। रविवार को मुकदमा दर्ज होने के बाद अभी तक पुलिस ने आरोपी की गिरफ्तारी नहीं कर सकी है।
दुष्कर्म के आरोपी बोरा का ड्राइवर भी पीड़िता को अगला धमकी देने के आरोप में इस मुकदमे में नामजद है, उसे भी पुलिस नहीं पकड़ पाई है।