
हरिद्वार, 21 जून 2025: अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर हरिद्वार में एक विशेष बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें विभिन्न देशों के राजदूतों, उच्चायुक्तों और प्रतिनिधियों के साथ उत्तराखंड में आयुष, पर्यटन, संस्कृति और औद्योगिक निवेश को लेकर रणनीतिक चर्चा हुई। यह बैठक राज्य सरकार की निवेशोन्मुख नीति और अंतरराष्ट्रीय सहयोग को मजबूती देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल रही।
बैठक में मेक्सिको, फिजी, नेपाल, सूरीनाम, मंगोलिया, लातविया, श्रीलंका और रूस के राजनयिक प्रतिनिधि शामिल हुए। उत्तराखंड सरकार की ओर से राज्य आपदा प्रबंधन के उपाध्यक्ष विनय रुहेला, सचिव सचिन कुर्वे, धीराज गबर्याल, जुगल किशोर पंत, अपर सचिव अभिषेक रोहिल्ला, विजय कुमार जोगदंडे, निदेशक उद्योग जी एम चंदोला सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी बैठक में उपस्थित रहे।
पर्यटन क्षेत्र में भारी संभावनाएं
बैठक में सचिव सचिन कुर्वे ने उत्तराखंड की पर्यटन क्षमताओं पर प्रस्तुतीकरण देते हुए बताया कि राज्य में 3 परिचालन हवाई अड्डे (देहरादून, पंतनगर, पिथौरागढ़) और 8 हेलीपोर्ट हैं, जो दूरस्थ क्षेत्रों से जुड़ाव को आसान बनाते हैं। राज्य में 46,000 किलोमीटर से अधिक सड़कों का नेटवर्क है, जो सभी मौसमों में सुगम यात्रा सुनिश्चित करता है।
उन्होंने बताया कि मसूरी, यमुनोत्री और पूर्णागिरी जैसे प्रमुख स्थलों पर रोपवे परियोजनाएं चल रही हैं। टिहरी झील को जलक्रीड़ा और हवाई खेलों का केंद्र बनाया जा रहा है, वहीं जॉर्ज एवरेस्ट एस्टेट का पुनर्विकास भी तेजी से हुआ है। केदारनाथ और बद्रीनाथ को प्लास्टिक-विनियमित क्षेत्र घोषित किया गया है।
उत्तराखंड में 5500 से अधिक लोगों को आतिथ्य क्षेत्र में प्रशिक्षित किया गया है, जिससे राज्य में स्किल्ड मैनपावर की उपलब्धता बढ़ी है। साहसिक पर्यटन, ट्रैकिंग, पैराग्लाइडिंग, राफ्टिंग, फिशिंग और जंगल सफारी जैसे क्षेत्रों में राज्य की अपार संभावनाओं को भी रेखांकित किया गया।
आयुष और वेलनेस में अग्रणी उत्तराखंड
अपर सचिव विजय कुमार जोगदंडे ने अपने प्रस्तुतीकरण में उत्तराखंड को आयुष और वेलनेस हब के रूप में स्थापित करने की दिशा में सरकार की पहल साझा की। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की जलवायु, आध्यात्मिक विरासत और प्राकृतिक संसाधन इसे वेलनेस टूरिज्म के लिए आदर्श बनाते हैं। पारदर्शी नीतियां, कुशल जनशक्ति और मजबूत अवसंरचना राज्य को आयुष क्षेत्र में निवेश के लिए आकर्षक बनाते हैं।
निवेश अनुकूल नीतियों की जानकारी
निदेशक उद्योग जी एम चंदोला ने राज्य सरकार की निवेश-अनुकूल औद्योगिक नीतियों पर विस्तृत जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि राज्य में निवेश आकर्षित करने के लिए विशेष योजनाएं चलाई जा रही हैं और उद्योगों के लिए अनुकूल माहौल प्रदान किया जा रहा है।
प्रमुख विदेशी प्रतिनिधि रहे शामिल
बैठक में भारत में मेक्सिको के राजदूत फेडेरिको सालास, फिजी के हाई कमिश्नर जगन्नाथ सामी, नेपाल के राजदूत डॉ. शंकर प्रसाद शर्मा, सूरीनाम के राजदूत अरुणकोमर हार्डियन, मंगोलिया के राजदूत डंबाजाविन गैंबोल्ड, लातविया दूतावास के डिप्टी हेड ऑफ मिशन मार्क्स डीतॉन्स, श्रीलंका के मिनिस्टर काउंसलर लक्ष्मेंद्र गेशन डिसनायके, तथा रूसी दूतावास की प्रथम सचिव क्रिस्टिना अनानीना और तृतीय सचिव कैटरीना लज़ारेवा मौजूद रहे।