विपक्ष को भी गंभीर मुद्दे पर राजनीति से परहेज की जरूरत
देहरादून 8 नवम्बर। भाजपा ने उच्च अधिकारी अभद्रता प्रकरण को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए सार्वजनिक जीवन में शालीनता बरतने की जरूरत बताई है। वहीं विपक्ष से भी इस संवेदनशील एवं गंभीर मुद्दे पर राजनीति नहीं करने की अपील की है।
प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने वरिष्ठ नौकरशाह के साथ सामने आई इस घटना को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण एवं लोकतान्त्रिक प्रक्रिया के लिए गलत परम्परा बताया है। उन्होंने कहा कि इस पूरे घटनाक्रम में अब तक जो भी तथ्य सामने आए हैं उसमे यह भी अहम है कि यदि किसी को जरूरी जानकारी चाहिए तो उसके लिए संविधान में सूचना का अधिकार दिया गया है।
लेकिन किसी भी विभाग में अधिकारियों पर अनुचित दबाव बनाना और आपत्तिजनक व्यवहार को किसी भी तरह से जायज नहीं ठहराया जा सकता है। प्रशासनिक एवं कार्मिक इकाईयों का भयमुक्त होकर कार्य करना बेहद जरूरी है, लिहाजा यदि किसी भी प्रकार का दुर्व्यवहार या आपराधिक कृत्य हुआ है तो उसकी विस्तृत जांच आवश्यक है । हमे उम्मीद है कि कानूनी परिपाटी पर आगे बढ़ते हुए सभी के साथ पूरा पूरा न्याय होगा ।
जहां तक प्रश्न किसी भी जनप्रतिनिधि या सामाजिक, राजनैतिक व्यक्ति के अधिकारों की बात है तो ऐसे सभी लोगों को अपने कर्तव्यों एवं नैतिकता के पालन पर भी ध्यान रखने की जरूरत है। सार्वजनिक जिंदगी में सभी को शालीनता, अनुशासन एवं सामाजिक प्रोटोकॉल को भी अपने व्यवहार में अपनाना चाहिए।संवैधानिक प्रक्रिया में किसी को भी जनहित के मुद्दे की आड़ में अभद्रता या कानून अपने हाथ में लेने की इजाजत नहीं है।
भट्ट ने अधिकारी के साथ अभद्रता पर आरोपी के पक्ष में कांग्रेस नेताओं के बयानों को राजनीति से प्रेरित बताया है। कांग्रेस इस मुद्दे की गंभीरता एवं संवेदनशीलता को दरकिनार कर ब्यूरोक्रेसी एवं सिस्टम में कार्यरत लोगों का हौसला तोड़ना चाहती है।
उनके मुद्दाविहीन नेता प्रत्येक विषय को राजनैतिक चश्मे से देखते हैं और हमेशा नकारात्मक रुख अपनाते हैं। भाजपा सरकारी ऑफिस या सड़क कहीं भी इस तरह की घटनाओं के पक्ष में नहीं है। साथ ही विपक्ष एवं सभी पक्षों से भी समझदारी से समाज हित में साकारात्मक रुख अपनाने की अपील करती है।