रिंकू सिंह भारतीय टीम में चयन के बारे में नहीं सोच रहे, अपने प्रदर्शन से खुश

शनिवार रात केकेआर के रन चेज में रिंकू एक बार फिर बल्ले से चमके। उन्होंने खेल को अंत तक जीवित रखा। उनके देर से आक्रमण (नाबाद 33 रन पर 67) ने केकेआर को लगभग जीत दिला दी थी।
उन्होंने आखिरी दो ओवरों में चार चौके और तीन छक्के लगाकर अपनी टीम को जीत के करीब पहुंचाया, लेकिन लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ एक रन से पीछे रह गए। केकेआर पूरे ओवर में 7 विकेट पर 175 ही बना सका और आखिरकार टूनार्मेंट से बाहर हो गया।
रिंकू ने मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, उनके दिमाग में पांच छक्के (जो उसने गुजरात टाइटन्स के खिलाफ मारे थे) थे। मैं बहुत आराम से था और सोचा था कि मैं उसी तरह हिट कर सकता हूं। हमें आखिरी ओवर में 21 रन चाहिए थे। मैंने एक गेंद गंवा दी वरना हम जीत जाते।
26 वर्षीय खिलाड़ी का यह सीजन शानदार रहा है। उसने टूनार्मेंट में चार अर्धशतक और 149.53 की शानदार स्ट्राइक रेट के साथ 474 रन बनाए हैं।
उन्होंने कहा, जब सीजन इतना अच्छा जाता है तो कोई भी अच्छा महसूस करेगा। लेकिन मैं भारतीय टीम के लिए चयन पर नहीं सोच रहा हूं। मैं अपनी दिनचर्या पर कायम रहूंगा, अपना अभ्यास जारी रखूंगा। नाम और शोहरत तो होगी लेकिन मैं बस अपना काम करता रहूंगा।
गुजरात टाइटंस के मध्यम तेज गेंदबाज यश दयाल के ओवर में लगातार पांच छक्के जड़ने पर बाएं हाथ का यह खिलाड़ी चर्चा का केंद्र बन गया, जब केकेआर को अंतिम पांच गेंदों में 28 रनों की जरूरत थी।
कोलकाता नाइट राइडर्स के बल्लेबाज ने कहा कि लगातार पांच छक्के लगाने के बाद उन्हें लोगों से बहुत सम्मान मिल रहा है।
रिंकू ने कहा, मेरा परिवार बहुत खुश है। लोग मुझे पहले से जानते थे। लेकिन जब से मैंने जीटी के खिलाफ पांच छक्के मारे हैं, मुझे बहुत अधिक सम्मान मिल रहा है और बहुत से लोग मुझे पहचानने लगे हैं। इसलिए, यह अच्छा लगता है।
--आईएएनएस
एसकेपी