बेंगलुरु – कर्नाटक के पूर्व डीजीपी ओम प्रकाश की हत्या मामले में एक नया और चौंकाने वाला मोड़ सामने आया है। उनकी पत्नी पल्लवी ने दावा किया है कि यह घटना लंबे समय से चल रही घरेलू हिंसा और मानसिक प्रताड़ना का नतीजा है। पल्लवी ने आरोप लगाया कि ओम प्रकाश अक्सर घर में हथियार लाते थे और उन्हें व उनकी बेटी को जान से मारने की धमकी देते थे।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, रविवार सुबह उनके घर में किसी बात को लेकर कहासुनी हुई थी, जो दोपहर तक बढ़ गई। पल्लवी ने पुलिस को बताया कि ओम प्रकाश ने उस दिन भी उन्हें और उनकी बेटी को मारने की कोशिश की थी। हिंसा से तंग आकर उन्होंने यह “चरम कदम” उठाया।
पल्लवी की गिरफ्तारी और न्यायिक हिरासत
घटना के बाद पुलिस ने पल्लवी ओम प्रकाश (64) को गिरफ्तार कर लिया है। उन्हें अदालत में पेश किया गया, जहां न्यायाधीश ने उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
मीडिया से बातचीत में आरोप
जब पुलिस पल्लवी को घटनास्थल पर ले गई, तब उन्होंने मीडिया से बात करते हुए साफ कहा कि “यह सब घरेलू हिंसा की वजह से हुआ है।”
कौन थे ओम प्रकाश?
ओम प्रकाश 1981 बैच के आईपीएस अधिकारी थे और मूल रूप से बिहार से ताल्लुक रखते थे। उन्होंने 2015 में कर्नाटक के डीजीपी के रूप में सेवा दी थी। उनका शव बेंगलुरु के पॉश इलाके एचएसआर लेआउट स्थित तीन मंजिला घर के ग्राउंड फ्लोर पर खून से लथपथ हालत में मिला था।
जांच जारी
बेंगलुरु पुलिस अब इस केस को घरेलू हिंसा के संदर्भ में जांच रही है। पुलिस के अनुसार, यह एक जटिल मामला है जिसमें दोनों पक्षों के दावों और परिस्थितियों की गहराई से जांच की जा रही है।