20 साल में पहली बार दिल्ली में 990 एमजीडी पानी का उत्पादन, 1400 एमजीडी पानी की है आवश्यकता

नई दिल्ली, 3 जून (आईएएनएस)। दिल्ली में पानी की कमी है हालांकि इस बीच बीते 20 सालों में पहली बार दिल्ली में पानी का उत्पादन 930 एमजीडी से बढ़ाकर 990 एमजीडी हुआ है। दिल्ली में आंतरिक स्रोतों से 60 एमजीडी अतिरिक्त पानी का उत्पादन बढ़ाया गया है। लेकिन यह दिल्ली की आवश्यकता पूरा करने के लिए पर्याप्त नहीं है। दिल्ली सरकार का कहना है कि दिल्ली की आवश्यकता पूरी करने के लिए अभी भी 400 एमजीडी और पानी चाहिए। सरकारी आकलन के मुताबिक दिल्ली में 1300 से 1400 एमजीडी पानी की आवश्यकता है।
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल का कहना है कि 90 के दशक में सुप्रीम कोर्ट ने पड़ोसी राज्यों से दिल्ली को पानी आवंटित किया था। उसके बाद इसे कभी नहीं बढ़ाया गया, जबकि तब दिल्ली की आबादी एक करोड़ से भी कम थी और आज करीब 2.5 करोड़ हो चुकी है।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में पानी की बेहद कमी है। दिल्ली देश की राजधानी है। यहां पर पानी की सुविधा तो होनी चाहिए। दिल्ली के कुल पानी का उत्पादन लगभग 930 एमजीडी रहा करती थी। मुझे लगता है कि यह पिछले 15-20 साल से 930 एमजीडी रहती है। दिल्ली में पानी की उपलब्धता को तो बढ़ाना पड़ेगा।
सीएम के मुताबिक दिल्ली में जनसंख्या बढ़ती जा रही है। 90 के दशक में दिल्ली की आबादी एक करोड़ से भी कम थी, आज दिल्ली की आबादी 2.5 करोड़ से ज्यादा है। 90 के दशक की तुलना में आज दिल्ली की आबादी करीब ढाई गुना हो चुकी है। दिल्ली के पास अपना पानी नहीं है। दिल्ली को आसपास के राज्यों से पानी मिलता है। आसपास के राज्यों से दिल्ली को जो पानी आवंटन था, वो 90 के दशक में सुप्रीम कोर्ट द्वारा तय किया गया था। तब से पानी का आवंटन उतना ही चला आ रहा है और कभी बढ़ाया नहीं गया, जबकि दिल्ली की आबादी अब बढ़कर ढाई गुना हो गई है।
सीएम के मुताबिक वैज्ञानिक और प्राकृतिक तरीकों का इस्तेमाल कर दिल्ली में पानी को साफ किया जाएगा और यमुना में गंदा पानी नहीं जाने दिया जाएगा। इन प्रयासों के नतीजे भी आने लगे हैं।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पानी की उपलब्धता को बढ़ाने के लिए हम दो समानांतर प्रयास कर रहे हैं। एक तरफ हम केंद्र सरकार के जरिए पड़ोसी राज्यों से बात कर रहे हैं कि पड़ोसी राज्य हमें और पानी दें। इसके साथ-साथ हम अपने स्तर पर भी प्रयास कर रहे हैं कि हम किस तरह से पानी के बेहतरीन प्रबंधन से दिल्ली के पानी को अंतरिक स्रोतों से और बढ़ा सकते हैं।
यह दोनों ही प्रयास साथ-साथ जारी हैं। अभी तक दिल्ली में 930 एमजीडी का उत्पादन होता था जो अब बढ़कर 990 एमजीडी हो गया है। हम लोगों ने इन प्रयासों की बदौलत करीब 60 एमजीडी पानी आंतरिक स्रोतों से बढ़ाया है। इस तरह के प्रयासों में और तेजी लाई जा रही है।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कोरोनेशन प्लांट से हम 70 एमजीडी पानी पल्ला ले जा रहे हैं। पल्ला से उस पानी को यमुना में डालेंगे और फिर वजीराबाद प्लांट में उस पानी को ट्रीट करके इस्तेमाल करेंगे। हमारा जितना मौजूदा वेस्ट वाटर है, उससे ग्राउंट वाटर रिचार्ज करके उसका इस्तेमाल करेंगे। साथ-साथ हम पड़ोसी राज्यों से भी अनुरोध करेंगे कि वो हमें जितना और पानी का आवंटित कर सकते हैं, वो करें। उन्होंने कहा कि हमारा आंकलन है कि दिल्ली में 1300 से 1400 एमजीडी पानी होना चाहिए। उसमें हम पड़ोसी राज्यों से कुछ मदद मांगेगे और कुछ पानी हम आंतरिक स्रोतों से भी प्राप्त करेंगे।
–आईएएनएस
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