उत्तराखंड में पहली बार: एक ही दिन में 18 डेंटल इम्प्लांट्स, लेज़र गाइडेड हाई-प्रिसीजन सर्जरी से सफलतापूर्वक पूरा : डॉ पीयूष चौहान

उत्तराखंड में पहली बार: एक ही दिन में 18 डेंटल इम्प्लांट्स, लेज़र गाइडेड हाई-प्रिसीजन सर्जरी से सफलतापूर्वक पूरा — भविष्य की सर्जरी अब आपके शहर में

उत्तराखंड में डेंटल के क्षेत्र में एक नई उपलब्धि दर्ज की गई है। पहली बार एक ही दिन में 18 डेंटल इम्प्लांट्स को लेज़र गाइडेड और हाई प्रिसीजन तकनीक से सफलतापूर्वक लगाया गया। यह ऐतिहासिक सर्जरी डॉ. पीयूष चौहान के क्लिनिक में संपन्न हुई, जिसमें उनके साथ देश के जाने-माने डेंटल इम्प्लांट विशेषज्ञ डॉ. राजेश शर्मा ने मिलकर यह कार्य किया। डॉ. शर्मा को इम्प्लांट टेक्नोलॉजी में पायनियर माना जाता है।

यह सर्जरी न केवल टेक्नोलॉजी की दृष्टि से उन्नत थी, बल्कि इसमें सबसे बड़ी खासियत यह रही कि मरीजों को उसी दिन या अगले दिन ही डेंटल कैप (क्राउन) मिल सका, जिससे इलाज की प्रक्रिया तेज़ और प्रभावी हो गई।

इस अत्याधुनिक प्रक्रिया को एट्रॉमैटिक लेज़र गाइडेड इम्प्लांट सर्जरी कहा जाता है, जिसमें बिना किसी बड़े कट या टांके के इम्प्लांट लगाए जाते हैं। यह तकनीक दर्द रहित, सुरक्षित और समय की बचत करने वाली है।

सर्जरी की एक और उल्लेखनीय बात यह रही कि जिस केस को किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज, लखनऊ (KGMC) जैसे प्रतिष्ठित संस्थान ने अस्वीकार कर दिया था, उसे डॉ. पीयूष चौहान और डॉ. राजेश शर्मा की टीम ने सफलतापूर्वक पूरा कर दिखाया।

यह केवल एक सर्जरी नहीं, बल्कि भविष्य की ओर एक ठोस कदम है — जहां तकनीक, अनुभव और विशेषज्ञता मिलकर मरीजों को विश्वस्तरीय डेंटल केयर उपलब्ध करवा रही है।

भविष्य अब उत्तराखंड में है — और वह मुस्कान के साथ शुरू होता है।

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