उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के डीएम अपने कामों को लेकर लेकर लगातार चर्चा में बने हुए हैं , शराब की ओवर रेटिंग का पता लगाने के लिए बुधवार शाम जिलाधिकारी सविन बंसल ग्राहक बनकर दुकान पर पहुंचे तो असलियत सामने आ गई। देर शाम वह निजी कार से ओल्ड राजपुर रोड स्थित शराब के ठेके पर पहुंचे और आम ग्राहक की भांति वह शराब खरीदने के लिए काउंटर पर खड़े हो गए।
दरअसल, देहरादून में रात में रेट बढ़ा कर शराब की बिक्री किए जाने की शिकायत लगातार मिल रही थी. डीएम सविन बंसल को इसकी जानकारी मिली तो उन्होंने खुद इसकी पड़ताल की.
शहर में नियमों की सख्त पालना सुनिश्चित करने के लिए दिनाँक 18 सितम्बर 2024 को देहरादून में कई शराब की दुकानों पर एक साथ छापेमारी की गई। ओल्ड मसूरी रोड राजपुर मार्केट सहित विभिन्न स्थानों पर ओवर रेटिंग और अनियमितताएं पाई गईं, जिनके खिलाफ त्वरित कार्रवाई की जा रही है। #DMDehradun pic.twitter.com/WI9ISx8RSb
— District Magistrate, Dehradun (@dmdehradun) September 19, 2024
उन्होंने रात में प्राइवेट गाड़ी निकाली और अकेले निकल गए शराब के ठेकों की जांच के लिए. इस बीच उन्होंने एक शराब के ठेके पर ओवर रेटिंग की शिकायत सही पाई. डीएम ने सख्त कार्रवाई करते हुए उसका 50 हजार रुपये का चालान काटा. इस दौरान ओवर रेटिंग की प्रशासन ने वीडियो रिकार्डिंग भी करवाई।
660 वाली शराब की बोतल 680 में
देहरादून डीएम सविन बंसल रात में ओल्ड मसूरी रोड स्थित एक अंग्रेजी शराब के ठेके पर पहुंचे. वहां ग्राहकों की भीड़ लगी हुई थी. सफेद शर्ट पहने डीएम सविन बंसल ग्राहकों के साथ लाइन में लग गए. उन्होंने दुकान के सेल्समैन से मैक डॉवेल को बोतल मांगी. उसने डीएम को बोतल दी और दाम के बदले 680 रुपये लिए, जबकि बोतल पर एमआरपी 660 रुपये छपी हुई थी. सेल्समैन ने डीएम से 20 रुपये अधिक लिए.
जिलाधिकारी सविन बंसल के मुताबिक, शराब के ठेकों पर ओवर रेटिंग की शिकायत निरंतर मिल रही थी। साथ ही यह भी बताया जा रहा था कि एमआरपी के हिसाब से शराब बेचने पर सेल्समैन मारपीट पर भी उतारू हो जाते हैं।
फिर शुरू हुई छापेमारी
इस घटना के बाद जिलाधिकारी के निर्देश पर तुरंत कार्रवाई करते हुए जनपद में बड़े बड़े पैमाने पर छापेमारी शुरू की गई। उप-जिलाधिकारी हरी गिरी ने चूना भट्टा स्थित शराब की दुकान पर छापा मारा, जहां ओवर रेटिंग और कई अनियमितताएं पाई गईं। एक ग्राहक को 200 रुपये की बीयर की बोतल 210 रुपये मे में बेची गई।
इसके अलावा, दुकान के खुलने और बंद होने का समय नहीं लिखा था, कर्मचारियों के पास कोई पहचान पत्र भी नही हीं था। इसके साथ ही बिलिंग मशीन का उपयोग नहीं किया जा रहा था। रजिस्टर में कटिंग और फ्लूड का इस्तेमाल किया था, और सफाई व्यवस्था भी नहीं थी।
ओल्ड मसूरी रोड स्थित ठेके पर 50,000 रुपये, चूना भट्टा की दुकान पर 75,000 रुपये, सर्वे चौक पर 75,000 रुपये और जाखन स्थित ठेके पर 50,000 रुपये का चालान किया गया। जिलाधिकारी के निरीक्षण के दौरान यह भी पाया गया कि सेल्समैन का व्यवहार उपभोक्ताओं के प्रति बेहद अभद्र था।