मस्क के न्यूरालिंक ब्रेन इम्प्लांट को ह्यूमन ट्रायल के लिए एफडीए की मिली मंजूरी

न्यूरालिंक ने ट्वीट किया, हम यह बताने के लिए उत्साहित हैं कि हमें अपना पहला ह्यूमन क्लीनिकल स्टडी शुरू करने के लिए एफडीए की मंजूरी मिल गई है।
उन्होंने कहा, यह एफडीए के साथ कोलैबोरेशन में न्यूरालिंक टीम द्वारा अविश्वसनीय काम का परिणाम है और एक महत्वपूर्ण पहला कदम दर्शाता है, जो एक दिन हमारी तकनीक को कई लोगों की मदद करने की अनुमति देगा।
एफडीए की मंजूरी मिलने पर मस्क ने न्यूरालिंक टीम को बधाई देते हुए ट्वीट भी किया।
इसके अलावा, कंपनी ने कहा कि क्लिनिकल ट्रायल के लिए भर्ती अभी खुली नहीं है, और वह जल्द ही इस बारे में अधिक जानकारी की घोषणा करेगी।
मार्च में, एफडीए ने सुरक्षा जोखिमों को लेकर ह्यूमन ब्रेन में एक चिप लगाने के लिए न्यूरालिंक की बोली को खारिज कर दिया।
पिछले साल दिसंबर में मस्क ने दावा किया था कि न्यूरालिंक डिवाइस ह्यूमन ट्रायल के लिए तैयार है और सूअरों और बंदरों पर इसका प्रयोग करने के बाद वह करीब छह महीने में ऐसा करने की उम्मीद कर रहे हैं।
हालांकि, मस्क का न्यूरालिंक इंसानों में ब्रेन-कंप्यूटर इंटरफेस इम्प्लांट करने वाला पहला नहीं होगा। यूएस-आधारित सिंक्रोन एक एंडोवास्कुलर ब्रेन-कंप्यूटर (बीसीआई) इंटरफेस कंपनी है जो न्यूरालिंक के साथ प्रतिस्पर्धा करती है।
--आईएएनएस
पीके/एएनएम