
गुजरात के अहमदाबाद से टेक-ऑफ के कुछ ही मिनटों बाद क्रैश हुए एयर इंडिया के बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान (AI-171) का ब्लैक बॉक्स बरामद कर लिया गया है।
तकनीकी रूप से फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर कहलाने वाला यह ब्लैक बॉक्स हादसे की असली वजहों को उजागर करने में अहम भूमिका निभाएगा। इसमें फ्लाइट की रफ्तार, ऊंचाई, इंजन की स्थिति और पायलट-कंट्रोल रूम के बीच की बातचीत जैसे अहम आंकड़े दर्ज होते हैं।
गौरतलब है कि ब्लैक बॉक्स नाम के बावजूद यह डिवाइस आमतौर पर चमकीले नारंगी रंग में होता है ताकि मलबे में आसानी से पहचान में आ सके। स्टील और टाइटेनियम जैसे बेहद मजबूत मटीरियल से बना यह यंत्र आग, पानी और ज़ोरदार टक्कर को भी झेल सकता है।
ब्लैक बॉक्स में दो प्रमुख हिस्से होते हैं:
- 🔹 डिजिटल फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (DFDR) – टेक्निकल पैरामीटर रिकॉर्ड करता है।
- 🔹 कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर (CVR) – पायलटों की बातचीत और ATC से संवाद रिकॉर्ड करता है।
🔍 ATS को मिला एक और अहम सबूत
इस बीच, गुजरात एंटी टेररिज्म स्क्वॉड (ATS) को मलबे से एक डिजिटल वीडियो रिकॉर्डर (DVR) भी मिला है। माना जा रहा है कि इसमें अंतिम क्षणों के कुछ विजुअल फुटेज मौजूद हो सकते हैं, जो हादसे की कड़ी को जोड़ने में मदद कर सकते हैं।
अब जांच एजेंसियां ब्लैक बॉक्स और DVR दोनों की गहन जांच कर क्रैश के पीछे की पूरी टाइमलाइन तैयार करने में जुट गई हैं।