हरिद्वार, 01 दिसंबर। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज हरिद्वार में चल रहे दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संस्कृत सम्मेलन में संस्कृत भाषा के संवर्धन हेतु उच्च स्तरीय आयोग गठित करने की घोषणा की।
“भारतीय ज्ञान परंपरा : वैश्विक ज्ञान में संस्कृत का योगदान” विषय पर आयोजित सम्मेलन में देश-विदेश के विद्वान शामिल हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि संस्कृत सिर्फ़ भाषा नहीं, हमारी संस्कृति और ज्ञान-विज्ञान की जननी है। उन्होंने बताया कि खुद उन्होंने कक्षा 9 तक संस्कृत पढ़ी और आज भी श्लोक याद हैं।
उत्तराखंड सरकार की प्रमुख पहलें :
प्रत्येक जनपद में एक “आदर्श संस्कृत ग्राम” बनेगा
गार्गी बालिका छात्रवृत्ति, SC/ST छात्रवृत्ति, प्रतिभा सम्मान योजना जारी
संस्कृत को नई शिक्षा नीति में आधुनिक एवं बोलचाल की भाषा बनाने पर ज़ोर
मुख्यमंत्री ने कहा, “देवभूमि उत्तराखंड में संस्कृत को जन-जन की भाषा बनाने का संकल्प हमारा है।”
कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’, विदेश मंत्रालय की सचिव मीना मल्होत्रा, कुलपति दिनेश चंद्र शास्त्री सहित कई गणमान्य उपस्थित रहे।