- उत्तराखंड छात्रसंघ चुनाव: ABVP की बड़ी जीत, युवाओं की पहली पसंद बने CM पुष्कर सिंह धामी
देहरादून: उत्तराखंड में हुए छात्रसंघ चुनावों (Uttarakhand Student Union Elections 2025) में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की है। प्रदेश के 100 से अधिक कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में हुए चुनावों में ABVP ने लगभग 80 प्रतिशत सीटों पर कब्ज़ा जमाया है।
इन नतीजों ने विपक्ष के उस दावे को चुनौती दी है जिसमें कहा जा रहा था कि UKSSSC पेपर लीक और भर्ती परीक्षाओं में अनियमितताओं को लेकर प्रदेश का युवा वर्ग सरकार से नाराज़ है।
युवाओं का रुझान CM धामी के पक्ष में
चुनाव परिणामों ने साफ़ किया कि Gen-Z और छात्र समुदाय का एक बड़ा वर्ग मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (CM Pushkar Singh Dhami) की नीतियों और नेतृत्व पर भरोसा कर रहा है। एबीवीपी की जीत ने यह संदेश दिया है कि युवाओं ने विपक्षी आरोपों की बजाय सरकार के कामकाज पर भरोसा जताया है।
क्यों पसंद आ रही है धामी सरकार?
सीएम धामी के नेतृत्व में सरकार ने भर्ती परीक्षाओं में पारदर्शिता और नकल पर रोक लगाने के लिए कई कड़े कदम उठाए हैं—
- नकल विरोधी कानून (Anti-Cheating Law)
- भर्ती परीक्षाओं में तकनीकी निगरानी
- परीक्षा प्रणाली में सुधार
इन कदमों ने युवाओं को यह भरोसा दिलाया है कि सरकार उनकी चिंताओं को गंभीरता से सुन रही है और समाधान के लिए ठोस कदम उठा रही है।
विपक्ष के आरोपों को झटका
UKSSSC पेपर लीक को लेकर विपक्ष और कई संगठनों ने आरोप लगाया था कि सरकार युवाओं की उम्मीदों पर खरी नहीं उतरी। लेकिन छात्रसंघ चुनावों के परिणाम इसके उलट तस्वीर पेश करते हैं। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह जीत न केवल ABVP की संगठनात्मक शक्ति का नतीजा है, बल्कि यह युवाओं के उस विश्वास का प्रतीक है जो उन्हें सरकार की नीयत और नीतियों पर है।
80% सीटों पर भगवा परचम
ABVP ने राज्यभर में छात्रसंघ चुनावों में लगभग 80 प्रतिशत सीटों पर जीत दर्ज की है। यह नतीजे दर्शाते हैं कि धामी सरकार पर छात्रों का भरोसा मजबूत है और उन्होंने विपक्ष की बजाय विकास और पारदर्शिता की नीतियों पर अपनी मुहर लगाई है।