जीएम पुंडीर पर सिडकुल (SIIDCUL) को “प्राइवेट लिमिटेड” कंपनी बनाने का आरोप !

  • मॉम-डैड-वाइफ किचेन में घपले की खिचड़ी !
  • सिडकुल देहरादून महाप्रबंधक पर अपने ही परिवार की फर्मों को लाखों के टेंडर देने का आरोप

देहरादून। उत्तराखंड सरकार का एक महत्वाकांक्षी उद्यम है, ‘उत्तराखण्ड राज्य औद्योगिक विकास निगम लिमिटेड’ यानी ‘सिडकुल‘। इस उद्यम की देहरादून इकाई से विकास की जो गंगा निकली है उसके अमृत लाभ से कथित रूप से निगम के महाप्रबंधक और उनका पूरा परिवार तर-ब-तर है। ऐसा हम नहीं कह रहे हैं। इसका दावा देहरादून निवासी और आरटीआई एक्टिविस्ट लव पंडित कर रहे हैं।

उत्तराखंड के सचिव उद्योग, सिडकुल के प्रबंध निदेशक तथा एंटी करप्शन ब्यूरो को भेजे पत्र में लव पंडित ने साक्ष्यों के एक ऐसे भ्रष्टाचार की परतें उधेड़ी हैं, जिसके तहत देहरादून सिडकुल के महाप्रबंधक युद्धवीर सिंह पुंडीर ने सारे नियम कायदे बाईपास कर एक बड़ा टेंडर अपने ही परिवार को दे डाला। लव पंडित का यह भी दावा है कि निगम की देहरादून इकाई में गहराई से जांच की जाए तो करप्शन के और भी मामले उजागर होंगे।

आरटीआई एक्टिविस्ट लव पंडित द्वारा आला अधिकारियों को भेजे पत्र के हिसाब से सिडकुल देहरादून के महाप्रबंधक युद्धवीर सिंह पुंडीर ने Map age Infrastructure Pvt. Limited तथा Map age Consulatants नाम की जिन दो फर्मों को प्रोक्योरमेंट पॉलिसी की धज्जियां उड़ाते हुए लाखों रूपयों के टेंडर दिए उनके आधिकारिक मालिकों में उनके पिता, माता, पत्नी और भाई शामिल है।
लव पंडित के दावे के अनुसार दोनों फर्मों के पार्टनरों में युद्धवीर सिंह पुंडीर की पत्नी श्रीमती सोनिया पुंडीर, भाई भूपेंद्र सिंह पुंडीर, पिता तेजपाल सिंह पुंडीर और माता श्रीमती अमलेश पुंडीर प्रमुख हैं।

Map age Infrastructure Pvt. Limited तथा Map age Consulatants को विभिन्न कार्य सौंपने से पहले युद्धवीर सिंह ने न तो निविदाएं आमंत्रित करने की प्रक्रिया का ध्यान रखा और ना ही अन्य नियमों की चिंता की। इस मामले में चौंकाने वाली बात ये है कि युद्धवीर सिंह नियमों की धज्जियां उड़ाकर अपने परिवार को मालामाल करते रहे और उनके अधीनस्त और समकक्ष आंखें मूंदे रहे। विभिन्न विभागों को भेजे पत्रों में लव पंडित ने प्रोक्योरमेंट पॉलिसी का हवाला देते हुए पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।

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