उत्तराखंड के अल्मोड़ा में एक बस 150 फुट गहरी खाई में गिर गई। हादसे में 36 यात्रियों की मौत हो गई। जबकि 27 लोग घायल हैं। इस हादसे में एक चार साल की मासूम शिवानी ने अपने मां-बाप को खोया है। मासूम के बिलखने की आवाज सुनकर सभी भावुक हो गए।
उत्तराखंड के अल्मोड़ा में एक बस 150 फुट गहरी खाई में गिर गई। हादसे में 36 यात्रियों की मौत हो गई। जबकि 27 लोग घायल हैं। इस हादसे में एक चार साल की मासूम शिवानी ने अपने मां-बाप को खोया है। मासूम के बिलखने की आवाज सुनकर सभी भावुक हो गए।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि अल्मोड़ा के मार्चुला में हुए बस हादसे से हम सभी के हृदय को गहरा आघात पहुंचा है। इस कठिन समय में हमारी सरकार ने दुर्घटना में अपने माता-पिता को खोने वाली शिवानी बिटिया की देखभाल और शिक्षा की जिम्मेदारी उठाने का संकल्प लिया है, ताकि वह जीवन में आगे बढ़कर स्वयं और माता-पिता के सपनों को साकार कर सके।
इस दु:खद घटना में जिन्होंने अपने परिजनों को खोया है, उनके प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं। एक मुख्यसेवक और परिवार के सदस्य के रूप में, मैं इस पीड़ा को समझता हूं। हमारा कर्तव्य है कि ऐसे विपरीत समय में एकजुट होकर प्रभावित परिवारों को हरसंभव सहायता प्रदान करें और उनके जीवन को पुनः स्थिरता देने में अपना योगदान दें।
बता दें कि अल्मोड़ा के मार्चुला में हुए दर्दनाक बस हादसे ने कई परिवारों के अपनों को खो दिया। हादसे में 36 लोगों की मौत हो गई। जबकि 27 लोग घायल है। घायलों का इलाज हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल, रामनगर के रामदत्त जोशी संयुक्त चिकित्सालय और एम्स ऋषिकेश में किया जा रहा है।
वहीं ऋषिकेश एम्स में भर्ती चार साल की मासूम ने अपने माता पिता को इस हादसे में खो दिया। अब एम्स में भर्ती चार साल की मासूम शिवानी के रोने और बार-बार मम्मी-मम्मी पुकारने अस्पताल कर्मी भी भावुक है। किसी की हिम्मत नहीं हो रही थी कि उस मासूम को कैसे बताएं कि जिन्हें वह बुला रही है वह कभी लौटकर नहीं आएंगे।
हादसे ने उसके सिर से माता का साया छीन लिया है। बच्ची की देखरेख के लिए उसके नाना हरिकृष्ण नेगी, नानी सुशीला देवी अस्पताल पहुंच गए हैं। दोनों अपने बेटी-दामाद को खोने का गम छुपाए अपनी नवासी की तीमारदारी में लगे हैं। सरकार ने मासूम की देखभाल की जिम्मेदारी ली है।