उत्तराखंड में दिवाली पर्व धूमधाम से मनाया गया, लेकिन पटाखों की इस धूम ने प्रदेश के कई शहरों की हवा को खराब कर दिया है। दिवाली के बाद प्रदेश की राजधानी देहरादून सहित हरिद्वार, ऋषिकेश और काशीपुर के AQI में खाफी बढ़ौतरी दर्ज की गई है।
प्रदेश में बढ़ा प्रदूषण का स्तर
संपूर्ण प्रदेश में दीपावली की धूम देखनें लायक रही, एक ओर जंहा बाजारों में खरीदारों का जमावड़ा लगा रहा तो वंही दूसरी ओर सड़के पटाखों की कतरन से पटी रहीं। लेकिन इस दिवाली ने उत्तराखंड के लोगों की चिंता बढ़ा दी है, क्योंकि राजधानी देहरादून समेत प्रदेश के कई शहरों के AQI में प्रदूषण की बढ़ौतरी दर्ज की गई है और यह बढ़ौतरी 2 से 3 गुना अधिक दर्ज हुई है।
उत्तराखंड में दिवाली के दौरान बीते 24 घंटों में प्रदेश के AQI पर काफी बुरा प्रभाव पड़ा है। सामान्य तौर पर देहरादून और काशीपुर जैसे शहरों का सामान्य AQI 90 से 95 रहता है जबकि इस दिवाली केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने देहरादून और काशीपुर का एवरेज AQI 269 दर्ज किया, तो वंही ऋषिकेश शहर का एवरेज AQI 175 दर्ज किया गया, जबकि सामान्य दिनों में ऋषिकेश का हवा की शुद्धता 45 AQI हुआ करती थी।
पटाखों ने बिगाड़ी पहाड़ों की हवा
इस दिवाली में बढ़ते प्रदूषण की चपेट में ना सिर्फ मैदानी इलाके ही रहे बल्कि पर्वतीय क्षेत्रों में भी इसका अच्छा खासा प्रभाव देखने को मिला है । जंहा पर्वतीय इलाकों को शांति और प्रदूषण वीहिन क्षेत्र होनें का स्पॉट माना जाता है, वंही इस बार दिवाली में बढ़ते प्रदूषण ने पर्वतीय जिलों को भी बराबर नुकसान पंहुचाया है।
आपको बता दें की देहरादून और ऋषिकेश जैसे मैदानी इलाकों के साथ-साथ नैनीताल और हलद्वानी जैसे पहाड़ी इलाकों में भी AQI का स्तर अधिक दर्ज किया गया है। जंहा सामान्यत नैनीताल और नई टिहरी का AQI 40 से 60 के बीच रहता है तो वंही दिवाली के बाद इन जिलों का शुद्घता का स्तर 92 से 103 AQI हो गया है।