Uttarakhand Police Good Work : एसटीएफ ( STF ) ने 5 करोड़ के साइबर ठग को पकड़ा

उत्तराखंड एसटीएफ ने करीब 5 करोड़ की साइबर निवेश धोखाधड़ी का भंडाफोड़ किया है। एसटीएफ ने साईबर धोखाधडी के सरगना को तुगलकाबाद, साऊथ दिल्ली से गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार ठग सोशल मीडिया व्हाटसप के माध्यम से लिंक भेजकर ऑनलाईन ट्रेडिंग, आईपीओ में निवेश कर अधिक मुनाफे का लालच देकर पीड़ितों से अलग-अलग खातों में पैसा जमा करवाते थे।

एसटीएफ को गिरफ्तार ठग के यूको बैंक के खाते में पिछले सात महीने में लगभग 2.34 करोड़ की धनराशि का लेनदेन प्रकाश में आया। साथ ही विभिन्न बैंक खातों में कुल संदिग्ध धोखाधड़ी धनराशि लगभग 5 करोड़ है।

एसएसपी एसटीएफ नवनीत सिंह ने बताया कि जिला नैनीताल निवासी एक पीड़ित ने अगस्त में एक शिकायत दर्ज कराई थी कि जुलाई में उसको एक वाट्सअप ग्रुप BARCLAYS SIL (Securities India Limited) से जुड़ा। चैंटिग करने के बाद ऑनलाईन स्टाक मार्केट शेयर खरीदे व बेचे जाना बताया गया।

साईबर अपराधियों ने पीड़ित को ऑनलाईन शेयर मार्केटिंग में अधिक मुनाफे का लालच दिया। पीड़ित द्वारा ऑनलाईन ट्रेडिंग करने के लिए व्हाटसप के माध्यम से विभिन्न बैंक खातो में लगभग 64.59 लाख रुपये की धनराशी धोखाधड़ी से जमा कराई गई। और इसमे निवेश करने पर शार्ट टर्म में अधिक मुनाफे का भरोसा देकर ठगी की गई।

मामले के खुलासे के लिए एसटीएफ की टीम ने साईबर क्राईम पुलिस से घटना में प्रयोग बैंक खातों, रजिस्टर्ड मोबाइल नम्बरों और वाट्सअप की जानकारी सम्बन्धित बैंकों, सर्विस प्रदाता कम्पनी, मेटा कम्पनियों से डेटा प्राप्त किया। प्राप्त डेटा की जांच से जानकारी मे आया कि साईबर अपराधियो द्वारा घटना में पीड़ित से शेयर में मुनाफा व आईपीओ के नाम पर अलग-अलग बैंक खातों में धनराशि जमा करवाई गई।

जांच के दौरान साईबर थाना पुलिस टीम द्वारा बैंक खातो तथा मोबाइल नम्बरों का पड़ताल की गई। पुलिस टीम द्वारा तकनीकी, डिजिटल साक्ष्य एकत्र कर घटना के मास्टर मांइड, मुख्य आरोपी बलबीर सिंह नेगी पुत्र हरि सिंह नेगी निवासी ग्राम व पोस्ट नैल, थाना गैरसैण, जनपद चमोली, हाल निवासी- म.न. 68 बी रोहिला बिला, अम्बेडकर नगर, बिजवासन, थाना कापसहेडा, साऊथ वेस्ट नई दिल्ली चिन्ह्ति कर तलाश की गई। साथ ही गिरफ्तारी के लिए कई जगहों पर दबिशें दी गयी।

एसटीएफ ने सरगना बलबीर सिंह नेगी पुत्र हरि सिंह नेगी को साऊथ वेस्ट दिल्ली से गिरफ्तार किया। तलाशी में ठग से घटना में इस्तेमाल मोबाइल फोन, आधार कार्ड, पैन कार्ड भी बरामद हुए है। साथ ही वाट्सअप के जरिए से अन्य साईबर अपराधियो से सम्पर्क में होने के साक्ष्य भी प्राप्त हुए है।

अपराध का तरीका…

पुलिस पूछताछ में ठग ने बताया व्हाटसप के माध्यम से ट्रैडिंग बिजनेस लिंक भेजकर वाट्सअप ग्रुप BARCLAYS SIL (Securities India Limited) में जोड़ कर ऑनलाईन ट्रेडिंग करने शार्ट टर्म में अधिक मुनाफा कमाने का झांसा देकर इन्वेस्ट के नाम पर लाखों रुपये की धोखाधड़ी की जा रही थी।

अभियुक्त वाट्सअप ग्रुप में विभिन्न शेयर में इन्वेस्ट करने के नाम पर मुनाफा होने के फर्जी स्क्रीनशॉट भेजा करते थे तथा खुद को अधिक लाभ होने के बात करते थे। जिससे ग्रुप के जुडे पीड़ित इनकें झांसे में आकर धनराशि इन्वेस्ट कर देते थे। इन्वेस्ट की गयी धनराशि में मुनाफा दिखाने हेतु यह एक फर्जी लिंक का प्रयोग करते थे जिसमें इनके नाम के बनाये गये फर्जी खातो/डेसबोर्ड में इन्वेस्ट की गयी धनराशि मुनाफा सहित पीड़ित को दिखायी देती थी ।

जिससे पीड़ित को अधिक मुनाफा होने का भरोसा हो जाता था । जिससे पीड़ित को अपने साथ हो रही साईबर धोखाधड़ी का अंदेशा नही हो पाता था । अपराधियों द्वारा धोखाधडी से प्राप्त धनराशि को विभिन्न बैक खातों में प्राप्त कर उक्त धनराशि को अन्य खातों में स्थानान्तरण करते थे । साईबर पुलिस द्वारा देश भर में विभिन्न राज्यों से प्राप्त शिकायतों के सम्बन्ध में जानकारी हेतु अन्य राज्यों की पुलिस के साथ संपर्क कर रही है ।

प्रारम्भिक पूछताछ में अभियुक्त ने साईबर अपराध हेतु जिन बैंक खातों का प्रयोग किया गया है उसमें करोड़ों रूपयों का लेनदेन होना प्रकाश में आया है । जाँच में यह भी प्रकाश में आया है कि अभियुक्त के बैंक खाते के विरुद्ध देश के कई राज्यों में कुल 14 साईबर अपराधों की शिकायतें निम्नवत दर्ज हैं।

जनता से अपील…

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ उत्तराखण्ड नवनीत सिंह द्वारा जनता से अपील की है कि वे किसी भी प्रकार के लोक लुभावने अवसरों/फर्जी साईट/धनराशि दोगुना करने व टिकट बुक करने वाले अंनजान अवसरो के प्रलोभन में न आयें । साथ ही, सभी से अपील है कि वे फर्जी निवेश ऑफर जैसे You Tube like सब्सक्राइब, टेलीग्राम आधारित निवेश वेबसाइट ऑफर में निवेश न करें।

किसी भी अन्जान व्यक्ति के सम्पर्क में न आये अथवा न ही किसी भी अन्जान व्यक्ति से सोशल मीडिया पर दोस्ती न करें। किसी भी अन्जान कॉल आने पर लालच में न आये, अन्जान कॉलर की सत्यता की जांच करे बिना किसी भी प्रकार की सूचना / दस्तावेज न दें । किसी भी प्रकार के ऑनलाईन जॉब हेतु एप्लाई कराने से पूर्व उक्त साईट का पूर्ण वैरीफिकेशन सम्बन्धित कम्पनी आदि से भलीं भांति इसकी जांच पड़ताल अवश्य करा लें तथा गूगल से किसी भी कस्टमर केयर नम्बर सर्च न करें ।

आजकल सोशल मीडिया पर तेजी से बढ़ रहे इन्वेस्टमेंट स्कैम्स ने लाखों लोगों को अपना शिकार बनाया है। यह स्कैम्स सस्ती वेबसाइट्स और नकली रिव्यू प्रोग्राम्स के माध्यम से लोगों को पहले छोटे-छोटे इनाम देकर भरोसा जीतते हैं और फिर धीरे-धीरे उन्हें भारी रकम निवेश करने पर मजबूर कर देते हैं ।

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