बिहार: राजगीर शिविर के बाद नए तेवर में दिखेगी कांग्रेस

पटना, 30 मई (आईएएनएस)। बिहार में कांग्रेस अब राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के साए से मुक्त होने की कवायाद में जुटी है। एक और दो जून को राजगीर में होने वाले चिंतन शिविर को लेकर तैयारियों में जुटी कांग्रेस ने अब अपने बूते राजनीतिक जमीन पाने की कसरत में जुटी है।
कांग्रेस के मुताबिक, उदयपुर संकल्प शिविर में मिले संदेशों को बिहार में सरजमी पर उतारने की कोशिश की जा रही है।
प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता असित नाथ तिवारी ने बताया कि राजगीर में दो दिवसीय नवसंकल्प शिविर के बाद कांग्रेस नए तेवर और नए कलेवर में दिखेगी। उन्होंने बताया कि उदयपुर में संपन्न शिविर में बनी नई रणनीति को बिहार में लागू करने को लेकर भी इस शिविर में रणनीति तैयार की जाएगी।
उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ महीनों से कांग्रेस इसकी कोशिश में भी जुटी है, हांलाकि उसे सफलता नहीं मिली है। राज्य में पिछले तीन विधानसभा क्षेत्रों में हुए उपचुनाव तथा विधान परिषद चुनाव में कांग्रेस ने राजद से अलग होकर अपने प्रत्याशी उतारे थे।
राजगीर शिविर के संचालन के लिए प्रदेश कांग्रेस ने छह अलग-अलग समूहों का गठन किया है। इस कार्यक्रम में केंद्रीय नेतृत्व की ओर से राज्यसभा सदस्य अखिलेश प्रसाद सिंह, महासचिव तारिक अनवर, बिहार प्रभारी भक्त चरण दास ही शामिल होंगे। बिहार प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा, अजीत शर्मा, पूर्व राज्यपाल निखिल कुमार शामिल होंगे। इसके अलावे सभी विधायक और विधान पार्षद भी शामिल होंगे। बताया जाता है कि इस शिविर में 300 लोग शामिल होंगे।
कांग्रेस के नेताओं का मानना है कि पार्टी अपनी कवायद को अंजाम देने की शुरूआत कांग्रेस राजगीर चिंतन शिविर से करने जा रही है। बताया जा रहा है कि राजगीर शिविर के बाद जिलों में भी ऐसे शिविर आयोजित किए जाएंगे।
–आईएएनएस
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