पहले तीर्थ यात्रा के लिए विदाई दी और अब अंतिम विदाई की तैयारी

भोपाल, 6 जून (आईएएनएस)। मध्यप्रदेश के पन्ना जिले के बुद्ध सिंह साटा गांव में मातम छाया हुआ है, क्योंकि यहां से चार धाम की तीर्थ यात्रा पर गए लोगों को पिछले दिनों ही विदाई दी थी, उनमें से नौ लोगों को अंतिम विदाई दी जाने वाली है।
बीते रोज उत्तराखंड के उत्तरकाशी में एक बस में सवार 26 लोगों की मौत हो गई। इनमें से 25 लोग मध्यप्रदेश के पन्ना जिले के निवासी थे। जिन लोगों की मौत हुई है उनमें सबसे ज्यादा नौ लोग बुद्ध सिंह साटा गांव के रहने वाले हैं। इनमें से छह लोग रमाकांत द्विवेदी के परिवार के हैं तो तीन लोग राजेंद्र सिंह के।
रविवार की रात को हादसे की सूचना मिलने के बाद से ही गांव में मातम छाया हुआ है और लोग यह समझ नहीं पा रहे हैं कि आखिर ऐसा हो कैसे गया। गांव के लोगों की माने तो तीर्थ यात्रा पर जाने वालों को गांव वालों ने हंसी खुशी विदा किया था और यही कामना की थी कि वे इस यात्रा पर जाकर पुण्य अर्जित करें। उन्हें इस बात का गुमान नहीं था कि जो लोग यात्रा पर जा रहे हैं उनमें से नौ लोग कुछ ही दिन बाद अंतिम यात्रा पर चल देंगे।
राजेंद्र सिंह बताते हैं कि उनकी माताजी, पिताजी और बुआ तीर्थ यात्रा पर निकले थे और कल रात को ही उन्हें सूचना मिली कि तीन लोग हादसे का शिकार बन गए हैं। हमारा तो घर परिवार ही उजड़ गया है। सरकार से यह मांग करते हैं कि जिन लोगों ने इस हादसे में जान गवाई हैं उनके परिजनों को नौकरी दी जाए।
रमाकांत द्विवेदी का रो-रो कर बुरा हाल है क्योंकि उनके परिवार के छह लोगों ने इस हादसे में जान गवाई है। रमाकांत कहते हैं कि यात्रा पर गए सभी छह लोगों की मौत हो गई है। उन्हें यह सूचना जिला प्रशासन के जरिए मिली, अब तो वे सरकार से यही अनुरोध कर रहे हैं कि प्रभावित परिवारों के सदस्यों को नौकरी का इंतजाम किया जाए।
उत्तरकाशी में हुए हादसे में मरने वालों में पन्ना जिले के सिमरिया, पंडवन, मोहेंद्रा, पवई आदि स्थानों के भी निवासी हैं।
–आईएएनएस
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